यूपी: सरधना में मुहर्रम के ताजिये के जिम्मेदार को गोली मारी, ताजिया जुलूस रोका

यूपी के मेरठ के सरधना में मुहर्रम के ताजिये के जिम्मेदार को एलानिया गोली मार दी। गाली-गलौज का विरोध करने पर ट्रांसपोर्टर पर हमला किया गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जिम्मेदार को गोली मारने के बाद ताजिया जुलूस रोक दिया गया। हालांकि आश्वासन मिलने पर तीन घंटे बाद ताजिये उठे।
मेरठ के सरधना के मोहल्ला ऊंचापुर निवासी कादिर बेग (50) को शुऐब उर्फ टिड्डी ने एलानिया गोली मार दी। बाएं कंधे में गोली लगी। पुलिस ने उनका सीएचसी में इलाज कराया। यहां से मेरठ के जसवंत राय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने घटना के करीब साढ़े नौ घंटे बाद आरोपी शुऐब को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। उसके पैर में पुलिस की गोली लगी है। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है।
चचेरे भाई गुलजार ने बताया कि कादिर ट्रांसपोर्टर हैं। वह ताजिये के जिम्मेदार भी हैं। शनिवार देर रात दो बजे ताजिये निकालने की तैयारी चल रही थी। इसी दौरान आरोपी शुऐब शराब के नशे में गाली-गलौज करने लगा।
विरोध किया तो ताजिया तोड़ने की बात कहते हुए गोली मारने की धमकी दी। इसके बाद कादिर अपने घर पर चले गए। आरोप है कि कुछ देर बाद शुऐब कुछ साथियों के साथ कादिर के घर पहुंचा और गोली मार दी। गोली कादिर के बाएं कंधे में लगी। बाद में आरोपी बाइक पर सवार होकर भाग गए। गुलजार ने शुऐब और साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
जिम्मेदार को गोली मारने के बाद ताजिया जुलूस रोका
नगर के मोहल्ला ऊंचापुर में ताजिये के जिम्मेदार कादिर बेग पर गोली मारने की वारदात के विरोध में रविवार को सरधना में मुहर्रम के मौके पर दोपहर दो बजे निकलने वाला ताजिये जुलूस समय पर नहीं उठ सका। घटना के बाद पुलिस सुरक्षा न मिलने से क्षेत्र में रोष फैल गया।
ऊंचापुर, सराय अफगानान और आजादनगर के जिम्मेदार लोगों ने सुरक्षा के अभाव में ताजिये न उठाने का निर्णय लिया। स्थानीय प्रशासन को पूर्व में जुलूस के कार्यक्रम की जानकारी होने के बावजूद ताजिया स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई।
इस लापरवाही से नाराज लोगों ने जुलूस को रोक दिया और एसएसपी और एसपी देहात से फोन पर संपर्क कर मामले से अवगत कराया। खुफिया विभाग ने भी घटना की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई। इसके बाद सरधना पुलिस हरकत में आई।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा के निर्देश पर थाना प्रभारी निरीक्षक प्रताप सिंह खुद सराय अफगानान पहुंचे और ताजिया जुलूस के जिम्मेदार लोगों से बातचीत की।
उन्होंने उन्हें जुलूस के दौरान सुरक्षा का पूरा आश्वासन दिया। इसके बाद शाम करीब पांच बजे निर्धारित समय से तीन घंटे बाद ताजिये उठाए गए और शांतिपूर्वक जुलूस निकाला गया। मामले में आरोपी शुएब को मुठभेड़ में पकड़ा जा चुका है।